अंतर्राष्ट्रीय संगठन और समूह
1. NATO (उत्तर अटलांटिक संधि संगठन)
- सदस्य देश: 31 (2024 तक)
- काम का क्षेत्र: युद्ध, सुरक्षा, और सामूहिक सुरक्षा नीति। यह संगठन मुख्य रूप से यूरोपीय और उत्तरी अमेरिकी देशों की सुरक्षा और राजनीतिक सहयोग के लिए बना है।
2. BRICS (ब्राजील, रूस, भारत, चीन, दक्षिण अफ्रीका)
- सदस्य देश: 5
- काम का क्षेत्र: विकसित और विकासशील देशों का आर्थिक सहयोग, विकास और नए वैश्विक आर्थिक ढांचे के लिए काम करना।
3. G7 (सात देशों का समूह)
- सदस्य देश: अमेरिका, यूके, कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान
- काम का क्षेत्र: वैश्विक अर्थव्यवस्था, व्यापार और अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय नीतियाँ। इन देशों का ध्यान विश्व अर्थव्यवस्था के मुद्दों पर होता है।
4. G20 (बीस देशों का समूह)
- सदस्य देश: 19 देश + यूरोपीय संघ
- काम का क्षेत्र: विश्वभर की आर्थिक नीतियाँ, विकास और सतत विकास पर ध्यान देना। यह दुनिया की 20 प्रमुख आर्थिक शक्तियों का समूह है।
5. SAARC (दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संघ)
- सदस्य देश: 8 (भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश, नेपाल, श्रीलंका, भूटान, मालदीव, अफगानिस्तान)
- काम का क्षेत्र: क्षेत्रीय विकास, व्यापार, संस्कृति और संयुक्त विकास। दक्षिण एशिया के देशों का यह समूह क्षेत्रीय सहयोग और शांति के लिए काम करता है।
6. ASEAN (दक्षिण पूर्व एशियाई देशों का संघ)
- सदस्य देश: 10 (ब्रुनेई, कंबोडिया, इंडोनेशिया, लाओस, मलेशिया, म्यांमार, फिलीपींस, सिंगापुर, थाईलैंड, वियतनाम)
- काम का क्षेत्र: राजनीतिक, आर्थिक और सांस्कृतिक सहयोग दक्षिण पूर्व एशिया में। इनका ध्यान शांति, स्थिरता और क्षेत्रीय आर्थिक विकास पर है।
7. EU (यूरोपीय संघ)
- सदस्य देश: 27
- काम का क्षेत्र: यूरोपीय देशों का आर्थिक, राजनीतिक और सामाजिक सहयोग के लिए एक क्षेत्रीय समूह। यह आंतरिक बाजार और संयुक्त नीतियाँ चलाता है।
8. Commonwealth of Nations
- सदस्य देश: 56
- काम का क्षेत्र: ब्रिटिश साम्राज्य के पूर्व देश, जो शांति, लोकतंत्र और विकास के लिए एक क्षेत्रीय सहयोग मंच बनाते हैं।
9. OPEC (तेल निर्यातक देशों का संगठन)
- सदस्य देश: 13 (तेल निर्यात करने वाले देश)
- काम का क्षेत्र: तेल उत्पादन और तेल की कीमतों का नियंत्रण। तेल निर्यातक देशों का यह समूह वैश्विक तेल बाजार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
10. शंघाई सहयोग संगठन (SCO)
- सदस्य देश: 9 (चीन, रूस, भारत, पाकिस्तान, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, ताजिकिस्तान, उज्बेकिस्तान, ईरान)
- काम का क्षेत्र: सुरक्षा, राजनीतिक सहयोग, आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई और क्षेत्रीय संपर्क बढ़ाने के लिए काम करता है।
11. अफ्रीकी संघ (AU)
- सदस्य देश: 55
- काम का क्षेत्र: अफ्रीका के देशों के बीच शांति, विकास और एकता का प्रचार। यह संगठन महाद्वीपीय स्तर पर आर्थिक और राजनीतिक सहयोग के लिए काम करता है।
12. अरब लीग
- सदस्य देश: 22
- काम का क्षेत्र: अरब देशों के बीच सहयोग और शांति को बढ़ावा देना, राजनीतिक सहयोग और आर्थिक नीतियों का समर्थन।
13. गुटनिरपेक्ष आंदोलन (NAM)
- सदस्य देश: 120
- काम का क्षेत्र: यह समूह 1950 के दशक में बना था, और इसका मकसद था कि देश शीत युद्ध के दौरान किसी भी सुपरपावर ब्लॉक का हिस्सा न बनकर अपनी स्वतंत्र नीतियाँ बनाएं।
14. Mercosur
- सदस्य देश: 5 (अर्जेंटीना, ब्राज़ील, पैराग्वे, उरुग्वे, वेनेज़ुएला)
- काम का क्षेत्र: दक्षिण अमेरिकी देशों के बीच आर्थिक और व्यापार सहयोग। यह एक मुक्त व्यापार क्षेत्र और कस्टम्स यूनियन के रूप में काम करता है।
15. APEC (एशिया-प्रशांत आर्थिक सहयोग)
- सदस्य देश: 21
- काम का क्षेत्र: एशिया-प्रशांत क्षेत्र में व्यापार और आर्थिक विकास को बढ़ावा देना। इसका ध्यान आर्थिक सहयोग और मुक्त व्यापार पर है।
अंतर्राष्ट्रीय संगठन और समूह
1. NATO (उत्तर अटलांटिक संधि संगठन)
2. BRICS (ब्राजील, रूस, भारत, चीन, दक्षिण अफ्रीका)
3. G7 (सात देशों का समूह)
4. G20 (बीस देशों का समूह)
5. SAARC (दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संघ)
6. ASEAN (दक्षिण पूर्व एशियाई देशों का संघ)
7. EU (यूरोपीय संघ)
8. Commonwealth of Nations
9. OPEC (तेल निर्यातक देशों का संगठन)
10. शंघाई सहयोग संगठन (SCO)
11. अफ्रीकी संघ (AU)
12. अरब लीग
13. गुटनिरपेक्ष आंदोलन (NAM)
14. Mercosur
15. APEC (एशिया-प्रशांत आर्थिक सहयोग)