भारत में मंकीपॉक्स के मामले: स्थिति और उपाय
भारत में मंकीपॉक्स (Monkeypox) के मामलों की पुष्टि हुई है। 2022 से लेकर 2024 तक, देश में मंकीपॉक्स के करीब 30 से अधिक मामले दर्ज किए गए हैं, जो मुख्य रूप से क्लेड 2 स्ट्रेन से संबंधित हैं। यह वायरस जानवरों (चूहे और बंदर) से मनुष्यों में फैलता है और अब व्यक्ति से व्यक्ति में भी शारीरिक संपर्क के जरिए फैलने लगा है।
मंकीपॉक्स के प्रमुख लक्षण:
- बुखार, सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द
- शरीर पर दाने और चक्कते
- कमजोरी और गले में खराश
संक्रमण की स्थिति:
2022 में, भारत में मंकीपॉक्स का पहला मामला केरल में दर्ज किया गया था। इसके बाद दिल्ली और अन्य राज्यों में भी मामूली संक्रमणों की रिपोर्ट आई। 2024 में, सरकार ने हवाई अड्डों और बंदरगाहों पर सख्त निगरानी की और संदिग्ध मामलों को आइसोलेट किया।
सरकार द्वारा उठाए गए कदम:
- सभी संभावित संक्रमित यात्रियों की स्क्रीनिंग और जांच
- संक्रमित व्यक्तियों का आइसोलेशन और स्वास्थ्य सेवाओं द्वारा निगरानी
- राज्य सरकारों द्वारा अस्पतालों में विशेष वार्ड बनाए गए हैं
निष्कर्ष:
मंकीपॉक्स भारत में गंभीर चिंता का विषय है, लेकिन सरकार इसके प्रसार को रोकने के लिए सक्रिय कदम उठा रही है। विशेषज्ञों के अनुसार, संक्रमण से बचने के लिए व्यक्तिगत स्वच्छता और शारीरिक संपर्क से बचाव आवश्यक हैं।
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