दिल्ली शराब नीति घोटाला: केजरीवाल को सुप्रीम कोर्ट से बड़ी राहत
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को हाल ही में सुप्रीम कोर्ट से बड़ी राहत मिली, जब उन्हें दिल्ली शराब नीति घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में जमानत दे दी गई। इस मामले में केजरीवाल पिछले 6 महीने से जेल में थे। सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें 10 लाख रुपये के मुचलके पर जमानत दी और शर्त रखी कि वे इस मामले में कोई सार्वजनिक टिप्पणी नहीं करेंगे।
यह मामला 2021-22 की दिल्ली शराब नीति से संबंधित है, जिसे भ्रष्टाचार के आरोपों के बाद रद्द कर दिया गया था। जांच एजेंसियों का आरोप था कि शराब लाइसेंस देने में घोटाले किए गए और इसमें बड़ा कमीशन लिया गया। इस मामले में कई अन्य अधिकारी और नेता भी जांच के दायरे में हैं।
केजरीवाल को इस मामले में मार्च 2024 में प्रवर्तन निदेशालय (ED) द्वारा गिरफ्तार किया गया था। गिरफ्तारी के बाद उन्होंने जमानत के लिए हाई कोर्ट और फिर सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले की गंभीरता को देखते हुए कई सुनवाई के बाद अब जाकर उन्हें जमानत दी है। हालांकि, उन्हें अदालत के फैसले तक कुछ शर्तों का पालन करना होगा।
केजरीवाल की जमानत के बाद, आम आदमी पार्टी (AAP) के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने इस फैसले का स्वागत किया। पार्टी ने इसे न्याय की जीत बताया और कहा कि केजरीवाल निर्दोष साबित होंगे।
यह मामला आने वाले दिनों में भी राजनीतिक हलचल का कारण बना रहेगा, क्योंकि दिल्ली की राजनीति में AAP और बीजेपी के बीच तनाव पहले से ही काफी बढ़ा हुआ है। ED और CBI इस मामले की गहन जांच कर रही हैं और नए खुलासों की भी संभावना है।
जमानत मिलने के बाद केजरीवाल का राजनीतिक करियर फिलहाल सुरक्षित है, लेकिन इस घोटाले का असर उनकी छवि और चुनावी संभावनाओं पर देखने को मिल सकता है।
यह देखना बाकी है कि इस मामले का अंत किस दिशा में होता है और अदालत आगे क्या फैसले सुनाती है।