खाटू श्याम मंदिर विवाद: श्रद्धालुओं पर हमला, चार गिरफ्तार
सीकर, राजस्थान | 11 जुलाई 2025: खाटू श्याम मंदिर परिसर के समीप आश्रय लेने आए श्रद्धालुओं पर स्थानीय दुकानदारों ने हाथापाई की। भारी बारिश से बचने के लिए Madhya Pradesh से आई एक परिवार के सदस्य एक दुकान के बाहर खड़े थे। दुकानदारों ने उन्हें हटाने का प्रयास किया, जिससे बहस और फिर मारपीट शुरू हो गई।
घटना का क्रम और विवरण
सुबह करीब 11 बजे, जब तेज बारिश शुरू हुई, तब उक्त परिवार शरण के लिए एक दुकान के सामने खड़ा था। परिवार ने नम्र रूप से निवेदन किया कि बारिश शांत होने तक उन्हें वहीं खड़े रहने दिया जाए। लेकिन दुकानदारों ने इस जगह पर जाने की अनुमति नहीं दी और विवाद बढ़ गया। विवाद के दौरान दुकानदारों और उनके कर्मचारियों ने श्रद्धालुओं पर लाठी-डंडों से हमला कर दिया, जिसमें महिलाओं और बच्चों को भी चोट आई।
वीडियो फुटेज में स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है कि दुकानदारों ने परिवार को बेरहमी से मारना शुरू कर दिया। श्रद्धालुओं ने शोर मचाया, आसपास के लोग जमा हुए और पुलिस को सूचित किया गया। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ, जिससे स्थानीय प्रशासन की किरकिरी हुई।
पुलिस की कार्रवाई और गिरफ्तारी
निरीक्षण के लिए पुलिस फोर्स मौके पर पहुंची। खानापूर्ति न होकर तुरंत मामले की गंभीरता को देखते हुए कार्रवाई शुरू की गई। Khatu Shyam Ji थाना प्रभारी पवन चौबे ने कहा कि चार आरोपियों—मेघराज योगी, मंगीलाल, राजकुमार और राकेश मीणा—को गिरफ्तार किया गया है, जबकि एक अन्य आरोपी अभी फरार बताया गया है।
पीड़ित परिवार ने स्थानीय थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई। घायल श्रद्धालुओं का प्राथमिक उपचार कराया गया, और आरंभिक जांच में घटना की विश्वसनीय पुष्टि हुई। फिलहाल, पुलिस पूरे मामले की विस्तृत जांच करती हुई आरोपियों के खिलाफ आपराधिक मुकदमा दर्ज कर रही है।
प्रभाव और सामाजिक प्रतिक्रिया
घटना के बाद सोशल मीडिया पर लोगों में गहरा आक्रोश देखा गया। कई लोगों ने खाटू श्याम जी जैसे पवित्र धार्मिक स्थल पर हुई इस घटना को सहन करने योग्य नहीं बताया। स्थानीय लोगों ने प्रशासन से मंदिर परिसर की सुरक्षा व्यवस्था और दुकानदारों की निगरानी का आग्रह किया।
- स्थानीय व्यवसाय संघ ने घटना की निंदा की।
- श्रद्धालुओं ने मांग की कि इस तरह के धार्मिक स्थल पर हिंसा न हो।
- शांतिपूर्ण दर्शन के खिलाफ इस तरह की घटना से पर्यटन पर भी असर पड़ता है।
मंदिर प्रशासन का संचालन और रोकथाम
मंदिर प्रशासन ने कहा कि उन्होंने श्रद्धालुओं की सहजता एवं सुरक्षा के लिए व्यवस्था की थी, लेकिन यह घटना अचानक और अनियंत्रित रूप से घटित हुई। मंदिर प्रशासन स्थितियों की समीक्षा कर रहा है और भविष्य में ऐसी घटना दोबारा न हो, इसके लिए अतिरिक्त इंतजाम किए जा रहे हैं।
देखें न्यूज़ रिपोर्ट
घटना की समयसारिणी
- 11 जुलाई, सुबह ~11 बजे: तेज बारिश शुरू।
- श्रद्धालु शरण के लिए दुकान के बाहर रुके।
- दुकानदारों ने हटने को कहा, विवाद शुरू।
- मारपीट की शुरुआत, महिला और बच्चे भी घायल।
- वीडियो वायरल, पुलिस को सूचना।
- चार गिरफ्तार, एक फरार, जांच जारी।
निष्कर्ष
यह घटना न केवल धार्मिक मान्यताओं और श्रद्धा पर आघात है, बल्कि यह सुरक्षा और शिष्टाचार के महत्व को भी रेखांकित करती है। धार्मिक स्थल पर हिंसा किसी भी हालत में स्वीकार्य नहीं होनी चाहिए। प्रशासन से अनुशासित रवैया और न्याय की अपेक्षा सभी करते हैं। इस घटना से स्थानीय आपसी मेल-जोल, विश्वास व पर्यटन को भी नुकसान, हो सकता है।
Sources: Hindustan Times, India Today, Times of India, Daijiworld.:contentReference[oaicite:1]{index=1}