भारत की शांति-प्रिय नीति और नेपाल का राजनीतिक संकट
प्रस्तावना
भारत सदियों से विश्व को यह संदेश देता आया है कि शांति ही सबसे बड़ी ताक़त है। यह वही देश है जिसने “अहिंसा परमो धर्मः” का सिद्धांत दुनिया को दिया। महात्मा गांधी की अहिंसा और सत्य की राह ने पूरी दुनिया को दिशा दी। हाल ही में पड़ोसी देश नेपाल में राजनीतिक संकट गहराया और सरकार गिर गई। इस घटनाक्रम में नेपाल के GEN Z युवाओं का गुस्सा साफ देखने को मिला। ऐसे कठिन समय में भी भारत ने अपनी शांति-प्रिय नीति को आगे रखते हुए नेपाल की मदद का हाथ बढ़ाया और राहत सामग्री वहाँ पहुँचाई।
📺 नेपाल संकट पर न्यूज़ वीडियो
वीडियो स्रोत: यूट्यूब
भारत की शांति-प्रिय विदेश नीति
भारत की विदेश नीति का मूल आधार “पंचशील” रहा है। इसमें पाँच बिंदु शामिल हैं –
- एक-दूसरे की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान।
- एक-दूसरे पर आक्रमण न करना।
- आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप न करना।
- समानता और पारस्परिक लाभ।
- शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व।
नेपाल का हालिया राजनीतिक संकट
नेपाल में हालात उस समय बिगड़े जब भ्रष्टाचार और अव्यवस्था के खिलाफ युवाओं ने आंदोलन छेड़ दिया। संसद और प्रमुख सरकारी इमारतों पर हमले हुए और हिंसा में कई लोग मारे गए। यह आंदोलन दिखाता है कि नेपाल का नया युवा वर्ग बदलाव चाहता है और चुप नहीं बैठेगा।
भारत की भूमिका और मदद
भारत ने हमेशा नेपाल को “मित्र और परिवार” की तरह माना है। इस बार भी जब नेपाल में राजनीतिक अस्थिरता और उग्र आंदोलन के बीच जनता परेशान हो रही थी, भारत ने तुरंत पहल करते हुए नेपाल तक राहत सामग्री पहुँचाई। यह कदम साबित करता है कि भारत अपने पड़ोसियों की मुश्किल घड़ी में हमेशा साथ खड़ा रहता है।
🎧 सुनिए न्यूज़ आर्टिकल की ऑडियो
क्यों नाराज़ है नेपाल का GEN Z युवा?
युवाओं का गुस्सा मुख्यतः बेरोज़गारी, भ्रष्टाचार, और नेतृत्व की विफलता पर है। वे सोशल मीडिया से प्रेरित हैं और अब अपने अधिकारों के लिए आवाज़ उठाने से पीछे नहीं हट रहे।
भारत-नेपाल संबंधों पर प्रभाव
भारत और नेपाल के रिश्ते सांस्कृतिक और धार्मिक स्तर पर गहरे जुड़े हुए हैं। हालिया संकट में भारत की मदद ने नेपाल की जनता को यह भरोसा दिया है कि भारत हमेशा उनका साथ देगा।
निष्कर्ष
भारत ने फिर साबित किया है कि वह शांति और सहयोग की राह पर चलता है। पड़ोसी देशों की मदद करना केवल कूटनीति नहीं, बल्कि भारत की परंपरा है। नेपाल का यह संकट आने वाले समय में दोनों देशों के रिश्तों को और मजबूत करेगा।
Presented by Nishpaksh News
