नोएडा सेक्टर-82 हत्याकांड: प्रीति यादव की बेरहमी से हत्या, ड्राइवर प्रेमी मोनू सोलंकी गिरफ्तार — जानिए पूरा मामला
नोएडा सेक्टर-82 में मिले सिर-कटे शव की पहचान प्रीति यादव के रूप में हुई है। पुलिस ने मामले में आरोपित बस ड्राइवर मोनू सोलंकी को गिरफ्तार किया है।
🔍 क्या हुआ — पूरा मामला
शव का मिलने का समय और जगह: 6 नवम्बर 2025 की सुबह नोएडा सेक्टर-82 के पास नाले में एक महिला का धड़ मिला; शव के सिर और हाथ गायब थे और शरीर निर्वस्त्र था।
पहचान: प्रारंभिक पहचान बिछिया और चूड़ियों से की गई; बाद में DNA की प्रक्रिया शुरू कर दी गई। मृतका की पहचान प्रीति यादव के रूप में हुई — जो पहले से शादीशुदा बताई जा रही थीं पर पति से अलग रहती थीं।
आरोपी: मोनू सोलंकी, 34 वर्ष — पेशा बस ड्राइवर। पुलिस ने बताया कि मोनू और प्रीति लगभग 2–3 साल से रिलेशनशिप में थे।
🧾 आरोपी का कबूलनामा और वारदात कैसे हुई
पुलिस के सामने मोनू ने स्वीकार किया कि देर से बढ़ते रिश्ते के तनाव और शादी के दबाव के कारण उसने हत्या की योजना बनाई। उसने बताया कि उसने बस में ही गड़ासे/कल्हासा से वार कर प्रीति की हत्या की और बाद में पहचान मिटाने के लिए शरीर को टुकड़ों में काटा।
अभियुक्त ने बताया कि सिर और हथेलियाँ अलग नाले में फेंक दीं जबकि धड़ सेक्टर-82 के पास छोड़ा गया। उसने हथेलियाँ काटीं ताकि फिंगरप्रिंट से पहचान न हो सके।
🧪 जांच और सबूत
पुलिस की कार्रवाइयाँ और मिले सबूत:
- 5000+ CCTV फुटेज की जांच और 1100+ वाहनों का डाटा स्कैन किया गया।
- वारदात में इस्तेमाल गड़ासा बरामद।
- आरोपी की बस और घर से उपयुक्त सबूत हासिल किए गए; बस को कई बार धोने की बात भी सामने आई।
- नालों की खुदाई के लिए JCB का सहारा लिया गया और DNA/फोरेंसिक रिपोर्ट की प्रक्रिया चल रही है।
⚖️ आरोप और कानूनी कदम
पुलिस ने मोनू पर हत्या (IPC 302) व सबूत नष्ट करने (IPC 201) सहित आवश्यक धाराएं लगाई हैं। जांच जारी है; DNA रिपोर्ट, फोरेंसिक रिपोर्ट और मोबाइल डेटा केस को और मजबूत करेंगे।
💭 समाज के लिए प्रश्न
यह मामला केवल एक क्रूर हत्या नहीं — बल्कि रिश्तों में हिंसा, ब्लैकमेल व दबाव के ख़तरे को भी दर्शाता है। शहर में सुरक्षा, सोशल-केयर और सम्बन्धों में पारदर्शिता पर भी सोचने की आवश्यकता है।
